लोनिवि के नाक के नीचे अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता ठेकेदार से मिलीभगत कर दिया फ़र्ज़ी टेंडर और शासन रहा मौन 

लोनिवि के नाक के नीचे अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता ठेकेदार से मिलीभगत कर दिया फ़र्ज़ी टेंडर और शासन रहा मौन 
श्रमिक मंत्र,देहरादून। रिस्पना फ्लाईओवर से आईएसबीटी तक सड़क चौड़ीकरण के कार्य पर फिर ग्रहण लगने की संभावना है। निर्माण एजेंसी ने फर्जी बैंक गारंटी देकर काम आवंटित कराया है। मामले का खुलासा होने पर शासन ने दो इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है और टेंडर निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की है।

सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण योजना के तहत देहरादून में एनएच 07 के चौड़ीकरण के लिए केंद्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने 25 फरवरी 2021 को 42.55 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी। निविदा प्रक्रिया के बाद कांट्रेक्टर मेसर्स राकेश कुमार एंड कंपनी सत्यम एन्क्लेव नई दिल्ली को टेंडर आवंटित किया गया। मेसर्स राकेश कुमार द्वारा सात अगस्त को राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोनिवि डोईवाला के अधिशासी अभियंता को 77.70 लाख की बैंक गारंटी जमा करायी गयी।
जिसकी बैंक गारंटी मुंबई में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के दारुखाना शाखा से बनाई गयी थी। लेकिन अधिशासी अभियंता ने बैंक गारंटी कोई जांच पड़ताल किए बगैर 9 अगस्त 2021 को संबंधित कम्पनी को कार्य शुरू करने की अनुमति भी दे दी। परंतु जब बैंक गारंटी का सत्यापन हुआ तो ठेकेदार फेक पायी गयी। और शासन को इस फर्जीबाड़ा की भनक तक नहीं लगी और जब फर्जीबाडे की जानकारी लोनिवि के सचिव आरके सुधांशु को लगी तो
लोनिवि के सचिव ने खुद को बचाने के लिए आनन फानन में लोनिवि के दो वरिष्ठ अधिकारी व अधीक्षण अभियंता रंजीत सिंह व अधिशासी अभियंता ओमपाल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीँ प्रमुख सचिव ने बताया कि इस प्रकरण में दोनों अभियंताओं की लापरवाही सामने आई है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अब सवाल उठता है कि लोनिवि सचिव पूर्व में किए गए टेंडरों की जांच कराते या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।