मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री के प्रति जताया आभार
राष्ट्रीय खेलों पर देश ने सुनी पीएम के ‘मन की बात’
उत्तराखंड की पीठ थपथपाई, स्ट्राॅंग स्पोर्टिंग फोर्स के रूप में उभरने का जिक्र किया
प्रधानमंत्री ने ही 28 जनवरी को किया था राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ
श्रमिक मंत्र,देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जगतगुरू आश्रम , हरिद्वार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 119वां संस्करण सुना। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम पूरे देश वासियों को एक नई प्रेरणा देता है।
मन की बात से सभी में नया प्रोत्साहन एवं उत्साहवर्धन होता है। देश के सामूहिक प्रयासों, युवा सपनों और नागरिकों की आकांक्षाओं की बात को प्रधानमंत्री सबसे साझा कर, बेहतर कार्यों के लिए देशवासियों को प्रेरित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के बारे में देश व दुनिया को मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड के भिन्न-भिन्न स्थानों पर आयोजित किए गए। उत्तराखंड के 11 स्थान पर इन खेलों का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों में गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है। जिसमें राफ्टिंग की प्रतियोगिता शारदा और काली नदी में दिन के बजाय रात्रि में सफलतापूर्वक संपन्न कराई गई। उन्होंने कहा कि 38 वें राष्ट्रीय खेल राज्य की खेल प्रतिभाओं के लिए बहुत बड़ा अवसर था।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि, वीर भूमि के साथ अब खेल भूमि के रूप में स्थापित होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां 37वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का स्थान 25वे नंबर पर था वहीं 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का स्थान सातवें नंबर पर होना गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में देश भर से आए सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में उत्तराखंड में हुए 38वे राष्ट्रीय खेलों की बात करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
38 वें राष्ट्रीय खेलों के भव्य और विराट आयोजन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश से अपने ‘मन की बात’ कही। उत्तराखंड की पीठ थपथपाते हुए उन्होंने कहा-उत्तराखंड स्ट्राॅंग स्पोर्टिंग फोर्स के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री ने 28 जनवरी को देहरादून में 38 वें राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ किया था।
तब उन्होंने ये उम्मीद जताई थी कि उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन करेगा। उत्तराखंड ने न सिर्फ खेलों का भव्य आयोजन किया, बल्कि खेल मैदान में भी उसका प्रदर्शन शानदार साबित हुआ।
आकाशवाणी पर अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 119 वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने इन सारी बातों का जिक्र किया। उनके कार्यक्रम का काफी हिस्सा उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेेलों पर केंद्रित रखा।
‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने ये कहा-
-मेरे प्यारे देशवासियों, आप में से बहुत सारे लोग ऐसे होंगे, जिन्होंने उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों के रोमांच का आनंद उठाया होगा। देशभर के 11,000 से अधिक एथलीट ने इसमें शानदार प्रदर्शन किया।
इस आयोजन ने देवभूमि के नए स्वरुप को पेश किया। उत्तराखंड अब देश में स्ट्राॅंग स्पोर्टिंग फोर्स के रूप में उभर रहा है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इस बार उत्तराखंड 7वें स्थान पर रहा।
यही तो पाॅवर ऑफ स्पोर्ट्स है, जो इंडिविजुअल और कम्युनिटीज के साथ-साथ पूरे राज्य का कायाकल्प कर देती है। इससे जहां भावी पीढ़ियां प्रेरित होती हैं, वहीं कल्चरल एक्सीलेंस को भी बढ़ावा मिलता है। उत्तराखंड में हुए नेशनल गेम्स ने ये भी दिखाया कि कभी हार न मानने वाले जीतते जरूर है।
कम्फर्ट के साथ कोई चैंपियन नहीं बनता। आज देश-भर में इन खेलों के कुछ यादगार प्रदर्शनों की खूब चर्चा है। इन खेलों में सबसे ज्यादा गोल्ड मैडल जीतने वाली सर्विस की टीम को मेरी बहुत-बहुत बधाई। राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेने वाले हर खिलाड़ी की भी मैं सराहना करता हूँ।
मन की बात कार्यक्रम में आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों की भव्यता और सफल आयोजन की सराहना की। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण है।
देवभूमि से विशेष लगाव रखने वाले आदरणीय प्रधानमंत्री जी का समस्त प्रदेशवासियों की ओर से हृदय तल से आभार! इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और प्रदेश का नाम रोशन किया।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में हमारी डबल इंजन सरकार उत्तराखंड को खेलों का हब बनाने और खिलाड़ियों के समग्र उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निरंतर कार्य कर रही है।