देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड संस्थान की छठवीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई।
श्रमिक मंत्र देहरादून । देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड संस्थान की छठवीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने संस्थान के कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं के लिए रोजगार की दृष्टि से अहम बताया। इस मौके पर संस्थान के कार्यकर्ताओं को मंत्री डा. अग्रवाल ने सम्मानित भी किया। रविवार को कारगी चौक देहरादून स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में संस्थान की छठवीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने की। इस अवसर पर डा. अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य जीवन में यह महत्वपूर्ण नहीं है कि मनुष्य कितनी कमाई करता है बल्कि अपने भविष्य की जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए बचत कितनी करता है। डा. अग्रवाल ने कहा कि राज्य में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनकी आमदानी अच्छी खासी है परन्तु इसके बावजूद भी अपनी भविष्य की योजनाओं के लिए बचत नहीं कर पाते है, जिस कारण वे परेशान रहते है। कहा कि इसके विपरीत ऐसे लोग भी होते हैं, जिनकी कमाई औसतन होती है लेकिन वह उसमें से भी एक बडे़ हिस्से की बचत कर पाने में सफल रहते हैं साथ ही ऋण के माध्यम से रोज मर्रा की जरूरतों को पूर्ण कर पा रहे हैं।
डा. अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड संस्थान आम जन को बचत की ओर प्रोत्साहित करके उनका जीवन आसान बना रहा है, जो कि सराहनीय है। संस्थान के निदेशक प्रशासन मुकेश भट्ट ने बताया कि संस्थान को उत्तराखण्ड राज्य में कार्य करते हुए छह वर्ष का समय पूर्ण हो गया है जिसके अन्तराल में काफी लोगों को बचत के साथ-साथ स्वयं की आजीविका बढ़ाने व व्यवसाय में वृद्धि हेतु निरन्तर सहयोगरत रही है। भट्ट ने बताया कि संस्थान में रोजगार की अपार सम्भावना है तथा काफी लोग रोजगार भी प्राप्त कर अपनी दैनिक दिनचर्या का निर्वहन कर रहे है तथा आगे आने वाले समय में और तीव्र गति से रोजगार का सृजन करने का लक्ष्य है, जिससे राज्य में बढ़ती हुई बेरोजगारी को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
बता दें कि देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड की स्थापना 3 जूलाई 2016 को निधि एक्ट 2013 में निहित नियमो एवं प्राविधानो के अर्न्तगत हुई है। जो कारपोरेट मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन पंजीकृत तथा उत्तराखण्ड राज्य में पैरा बैकिंग के क्षेत्र में कार्य करने के लिए अधिकृत है। संस्थान का कार्य पूर्णतः बैंक की भॉति ही होता है, जैसे बैकों से वित्तीय लेन देन करने हेतु खाता खुलवाने की जरूरत होती है वैसे ही संस्थान से वित्तीय लेने-देन के लिए सदस्यता लेनी पड़ती है। संस्थान के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बचत की योजनायें जैसे, रिकरिंग डिपोजिट, फिक्स डिपोजिट, डेली, डिपोजिट, मन्थली, इन्कम योजना इत्यादि के साथ-साथ लोन की योजनायें संचलित की जा रही है, जिनके माध्यम से आम जन को छोटी-छोटी बचत से एक बड़ी पूंजी के रूप में एकत्र करवाकर लोगों के भविष्य को संवारने हेतु प्रयासरत है।
इस अवसर पर पूर्व दर्जाधारी राज्यमंत्री आदित्य कोठारी, निदेशक मुकेश भट्ट, सतीश रतूड़ी, लोक गायक वीरेंद्र राजपूत, सौरभ मैथानी, लोक गायिका पूनम सती, सुरेंद्र कोहली, प्रदीप असवाल सहित आयोजक समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।