पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के खिलाफ विपक्षी दलों ने सरकार से तत्काल बढ़ी कीमतें वापस लेने की मांग की
श्रमिक मंत्र, देहरादून। विपक्षी दलों ने पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के खिलाफ संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा करते हुए सरकार से तत्काल बढ़ी कीमतें वापस लेने की मांग की। साथ ही रसोई गैस सिलेंडर के दाम में बड़ी बढ़ोतरी को भी जनता पर भारी बोझ करार देते हुए पेट्रोलियम उत्पादों के साथ चौतरफा बढ़ती महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री से संसद में बयान देने की मांग भी की। महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष के आक्रामक तेवरों को देखते हुए सरकार ने अगले हफ्ते लोकसभा में इस पर चर्चा के लिए हामी भर दी है। सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्षी सदस्यों के इस मुद्दे पर दिए कार्यस्थगन प्रस्ताव को नामंजूर करने की घोषणा के साथ ही तुरंत सदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।सदन स्थगित किए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक आब्रोयन ने ट्वीट के जरिए इस पर हैरत जताते हुए कहा कि विपक्ष को संसद में अपनी बात रखने का मौका भी नहीं दिया जा रहा है। लोकसभा में भी प्रश्नकाल में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी सदस्यों ने कीमतें वापस लेने की मांग करते हुए हंगामा शुरू किया तो स्पीकर ओम बिरला ने अपनी नाराजगी जताते हुए प्रश्नकाल बाधित नहीं करने और शून्यकाल में इसे उठाने के लिए कहा। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।