उत्तराखंड युवा वर्ग की नजर नई सरकार पर, रोजगार, शिक्षा की अपेक्षा

 

उत्तराखंड युवा वर्ग की नजर नई सरकार पर, रोजगार, शिक्षा की अपेक्षा

श्रमिक मंत्र, देहरादून। उत्तराखंड में युवा वर्ग की सरकार के गठन में अहम भूमिका होती है। आंकड़ों पर ही नजर डालें तो प्रदेश में 18 से लेकर 39 वर्ष आयु वर्ग के 41.44 लाख मतदाता हैं। यह संख्या कुल मतदाताओं का 50 प्रतिशत से अधिक है। जाहिर है कि इनका झुकाव जिस ओर रहता है, वह दल सत्ता के नजदीक होता है। मौजूदा चुनाव में युवा अपना फैसला वोट के रूप में दे चुका है। अब उसकी नजर भी नई सरकार पर है। युवा अपेक्षा कर रहे हैं कि जो भी नई सरकार आएगी, वह रोजगार, शिक्षा व युवाओं के सुरक्षित भविष्य की दिशा में अहम कदम उठाएगी।किसी भी प्रदेश का भविष्य वहां के युवाओं पर टिका होता है। उत्तराखंड का युवा जागरूक है और संवेदनशील भी। यही कारण है कि सक्रिय राजनीति से लेकर उद्यम तक के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ रही है। उत्तराखंड एजुकेशन हब के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। यहां इस समय विभिन्न पाठ्यक्रमों, जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, टेक्निकल एजुकेशन, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, कंप्यूटर साइंस, व विधि शिक्षा के अच्छे और बड़े कालेज हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि प्रदेश में रहने वाले युवाओं की बौद्धिक क्षमता अधिक है।युवाओं की सरकार गठन में अहम भूमिका को देखते हुए राजनीतिक दलों के एजेंडे में भी स्वरोजगार व रोजगार का विषय प्राथमिकता में शामिल किया गया है। यह बात अलग है कि पर्वतीय क्षेत्रों में गुणवत्तापरक शिक्षा की जरूरत महसूस हो रही है। राज्य गठन के बाद प्रदेश में युवाओं को रोजगार देने की दिशा में बहुत अधिक काम नहीं हो पाया है। सरकारी विभागों में 20 हजार से अधिक पद रिक्त चल रहे हैं। प्रदेश में रोजगार के अधिक अवसर न मिलने के कारण युवा वर्ग तेजी से पलायन भी कर रहा है। बेरोजगारी प्रदेश में एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आई है। अब प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। ऐसे में युवा काफी आशाभरी नजरों से नई सरकार का इंतजार कर रहे हैं। युवाओं का मानना है कि नई सरकार को प्रदेश में बेरोजगारी दूर करने और पलायन रोकने के लिए युवाओं को केंद्र में रखकर ठोस कदम उठाने होंगे तथा पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर बढ़ाना होगा। कोई जरूरी नहीं कि इसके लिए नए कालेज खोले जाएं, बल्कि मौजूदा कालेजों में ही सुविधाओं का विस्तार कर गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध करानी होगी। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।