पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने के संदर्भ में
आज राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर आपको राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं , बेहद दुःख के साथ महामहिम आपको अवगत कराना चाहता हूं की उत्तराखंड राज्य में विगत कुछ सालों से पत्रकारिता की आवाज दबाने का कुचक्र चलाया जा रहा है । पत्रकारों पर फर्जी आपराधिक मामले बिना जांच के दर्ज किए जा रहे है। निष्पक्ष पत्रकारिता कर रहे पत्रकारों के अंदर भय का माहौल है राज्य के संवैधानिक एवं प्रमुख संरक्षक होने के नाते आपसे अपेक्षा की जाती है कि आपकी छत्रछाया में राज्य के पत्रकार निष्पक्ष निडर और बेबाक होकर राज्य हित में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। लोकतंत्र की मजबूती के लिए चौथे स्तंभ की रक्षा की अपेक्षा आप से की जाती है। महामहिम पूर्व में जिस तरह उत्तराखंड में हरिद्वार पत्रकार एहसान अंसारी , वंदना गुप्ता ,देहरादून में उमेश शर्मा, राजेश बहुगुणा, शहजाद अली, आलोक शर्मा, हिमांशु कुशवाहा, धीरेंद्र प्रताप सिंह, राजेश शर्मा एवं प्रार्थी विक्रम श्रीवास्तव एवं राज्य भर में अन्य पत्रकारों के खिलाफ आपराधिक मामलों में मुकदमा दर्ज हुआ है जिनमें अधिकतर मामले फर्जी पाए गए हैं। इससे यह प्रतीत होता है कि पत्रकारिता की आवाज को दबाने का कुचक्र चला जा रहा है। बीते 25 सितंबर 2021 को देहरादून थाना क्लेमेंट टाउन में प्रार्थी विक्रम श्रीवास्तव के खिलाफ क्रॉस f.i.r. दर्ज हुई जिसमें 452 384 147 323 504 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया लेकिन प्रार्थी विक्रम श्रीवास्तव के कहने के बावजूद भी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में नहीं लिया। महामहिम आपसे अनुरोध है कि पत्रकारों की रक्षा करते हुए उत्तराखंड सरकार को निर्देशित करें कि उत्तराखंड में पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए।
सधन्यवाद
देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता मोनू राजवान की रिपोर्ट