ट्रैकिंग डिवाइस लेकर घूम रहे चीलके मिलने से हड़कंप

ट्रैकिंग डिवाइस लेकर घूम रहे चीलके मिलने से हड़कंप

श्रमिक मंत्र,देहरादून। देश की राजधानी दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है। देश के सबसे अतिसुरक्षित माने जाने वाले राष्ट्रपति भवन के ऊपर ट्रैकिंग डिवाइस लेकर घूम रहे एक चील के मिलने से दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि बारिश के बाद यह चील राष्ट्रपति भवन के पार्क में गिरा हुआ मिला। वहीं, सूचना पर मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान सामने पाया कि चील के शरीर में ट्रैकिंग डिवाइस लगा हुआ था। इसके बाद तुरंत दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल सहित विभिन्न खुफिया एजेंसियों मौके पर पहुंच गईं। फिलहाल जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, दिल्ली पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि मुंबई के वन्यजीव विभाग द्वारा उसमें ट्रैकिंग डिवाइस लगाया गया था, ताकि यह पता चल सके कि चील क्या-क्या कर रहा है? यह बेहद गंभीर मामला है। दिल्ली यूं भी सालभर आतंकियों के निशाने पर रहती है। ऐसे में राष्ट्रपति भवन के ऊपर चीन का ट्रैकिंग डिवाइस लेकर घूमने बेहद संवेदनशील मसला है। यहां पर बता दें कि नवंबर, 2021 में राष्ट्रपति भवन की तैनात सुरक्षा बलों के उस वक्त हाथ-पांव फूल गए, जब एक तेज रफ्तार कार सुरक्षा घेरे को तोड़ती हुई अंदर दाखिल हो गई थी। हालांकि हाई सिक्योरिटी जोन में सुरक्षा चूक का यह बड़ा मामला सामने आया था। दरअसल, 17 नवंबर, 2021 की रात को एक आई 20 कार गेट नंबर-35 में सिक्योरिटी स्टाप चेकिंग को तोड़ते हुए अंदर जा घुसी थी। सुरक्षा बल तुरंत अपनी-अपनी पोजिशन में आ गए। वायरलेस पर मेसेज फ्लैश होते ही दिल्ली पुलिस समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया था। हालात को देखते हुए सभी को 2001 में संसद भवन पर हुए आतंकी हमले जैसी घटना का अंदेशा लगने लगा। ऐसे में दिल्ली पुलिस के कमांडो ने कार का फुर्ती से पीछा किया था। इस कड़ी में कार गेट नंबर-17 से एग्जिट होने के लिए जैसे ही मुड़ी, तभी उसे घेर लिया गया था। कार सवार युवक-युवती को सुरक्षाकर्मियों ने घेरे में लेकर पुलिस के हवाले किया था। वहीं, जांच में पता चला था कि कार चला रहा युवक नशे में धुत था। कार में मौजूद युवती उसकी गर्लफ्रेंड थी। मामले में कई घंटे तक खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रपति भवन में ट्रेसपास करने का मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।