रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद एक बार फिर स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के कठघरे में

रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद एक बार फिर स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के कठघरे मेंश्रमिक मंत्र, देहरादून।  बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद एक बार फिर रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के कठघरे में है। राजधानी यानी देहरादून का रेलवे स्टेशन ही बदहाल सुरक्षा व्यवस्था का सबसे बड़ा उदाहरण है। ए ग्रेड के इस स्टेशन में न तो सीसीटीवी कैमरे चालू हालत में हैं और न मेटल डिटेक्टर। रेलवे पुलिस भी स्टेशन परिसर से ज्यादा थाना-चौकी के भीतर समय बिताना पसंद करती है। कुल मिलाकर कोई भी व्यक्ति प्रतिबंधित सामग्री के साथ यहां आसानी से प्रवेश कर सकता है। कमोबेश यही हाल अन्य रेलवे स्टेशनों का भी है। उत्तराखंड पर्यटन प्रदेश ही नहीं है, यहां तमाम केंद्रीय संस्थान भी हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं। रेल के माध्यम से रोजाना हजारों लोग उत्तराखंड में आवाजाही करते हैं। ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था का दुरुस्त होना बेहद जरूरी है। इस पर चिंता के साथ चिंतन करने की भी जरूरत है। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।