मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिला प्रशासन का प्रोजेक्ट उत्कर्ष का दिखने लगा असर प्रत्यक्ष; प्रभावी; अखंड
जिले के सभी स्कूल जिला प्रशासन ने कराई फर्नीचर युक्त संतृप्त
प्रोजेक्ट उत्कर्ष अंतर्गत जिले के सभी स्कूलों में वाईट बोर्ड, लाइट, विद्युत, आउटडोर स्पोर्ट्स, वाटर टैक्स
जिला प्रशासन की उन्नत spirit: सरकारी स्कूल आधुनिकता की ओर
प्रोजेक्ट उत्कर्ष प्रथम चरण अन्तर्गत 46 विद्यालयों विद्युत संयोजन; 1248 में वाइटबोर्ड; 348 में पानी की टंकी; 754 में मंकी नेट; 246 में झूले; 337 में बेबी स्लाईड; 46 में वॉलीबॉल कोर्ट; 109 में बैडमिंटन कोर्ट; 93 में वॉल पेंटिंग; 39 प्रारम्भिक व 45 माध्यमिक विद्यालय में फर्नीचर,
स्कूलों में प्रत्येक कक्षा कक्ष में एलईडी स्क्रीन लगाने की प्रक्रिया पूर्व से गतिमान; जैम पर फ्लोटर है बिड
सीएम की सकारात्मक ऊर्जा से डीएम का प्रोजेक्ट उत्कर्ष हिट
डीएम सविन के प्रोजेक्ट ‘उत्कर्ष’ से समृद्ध आत्मविश्वासी बनते जिले के सरकारी स्कूल
प्रोजेक्ट ‘उत्कर्ष’ अन्तर्गत ओएनजीसी व हुडको का मिला अभूतपूर्व सहयोग
सरकारी स्कूलों के बच्चों को पठन-पाठन की आधुनिक तकनीक व खेल से जोड़कर, भविष्य की स्पर्धा के लिए मजबूत करना है प्रशासन का लक्ष्य
स्कूलों में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई,
श्रमिक मंत्र, देहरादून। जिलाधिकारी सविन बसंल ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कोरबा (कालसी) तथा त्यूनी चकराता में भ्रमण के दौरान दिए गए निर्देशों के क्रम में अनुपालन तथा जिले में ‘‘प्राजेक्ट उत्कर्ष’’ की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी सहित समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखने के निर्देश दिए।
वहीं स्कूलों में पुराने जर्जर भवन के निष्प्रोज्य कार्य में नाराजगी व्यक्त करते हुए आंगणन कराकर निष्प्रोज्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने फरवरी व जुलाई 2025 में विद्यालय के निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों के अनुपालन में कृत कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। बैठक में बताया कि केजीबीवी कोरवा में डिजिटल बोर्ड, 100 कुर्सी टेबल, 16 सीसीटीवी कैमरा, 30 रूम हीटर, 4 वाटर प्यूरीफायर , रोटी मेकर, इंटरनेट कनेक्शन वाईफाई, 19 डाइनिंग टेबल 150 कुर्सी की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है।
तथा विद्यालय में कम्प्यूटर आपरेटर तथा सफाई हेतु कार्मिक रखे गए हैं जिनका वर्ष में 4 लाख मानदेय का प्राविधान किया गया है। यह भी अवगत कराया कि 4 वाशिंग मशीन, 1 रेफ्रीजरेटर, इन्वर्टर, 10 सीसीटीवी कैमरे, 150 जोड़ी टेªकसूट, जूते, तथा 2 सेनट्री मशीन की क्रय प्रक्रिया गतिमान है। विद्यालय के 150 कुर्सी, 50 डबलडेकर बेड, 7 गीजर ओएनजीसी द्वारा दिए जा रहे हैं। डीएम द्वारा केजीबीवी संसाधन एवं सुविधा बढ़ाने हेतु 34.24 लाख धनराशि दी गई है।
जिलाधिकारी ने छात्रावास में खेल मैदान का समतलीकरण, चारदीवारी पर कोबरा फेन्सिंग एवं प्रवेश द्वार की दीवार में हो रहे धसाव में मरम्मत कार्यों की स्थिति जाने पर बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा आगणन तैयार किया गया है। छात्रावास में पृथक से पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान को निर्देश दिए गए तथा वाटर हार्वेस्टिंग करने के निर्देश दिए।
छात्रावास की बालिकाओं को स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
प्रोजेक्ट उत्कर्ष प्रथम चरण अन्तर्गत 46 विद्यालयों विद्युत संयोजन; 1248 में वाइटबोर्ड; 348 में पानी की टंकी; 754 में मंकी नेट; 246 में झूले; 337 में बेबी स्लाइड; 46 में वॉलीबॉल कोर्ट; 109 में बैडमिंटन कोर्ट; 93 में वॉल पेंटिंग; 39 प्रारम्भिक व 45 माध्यमिक विद्यालय को फर्नीचर युक्त किया गया है। तथा स्कूलों में प्रत्येक कक्षा कक्ष में एलईडी स्क्रीन लगाने की प्रक्रिया पूर्व से गतिमान; जैम पर बिड फ्लोटेड कर दी गई है।
स्कूलों में सुविधा हेतु प्राजेक्ट उत्कर्ष अन्तर्गत जिलाधिकारी ने 1 करोड़ धनराशि मुख्य शिक्षा अधिकारी के निर्वतन पर रखी है, जिसमें विकासखण्डवार प्रथम चरण में 94 लाख धनराशि तथा द्वितीय चरण में 97.80 लाख धनराशि आंवटित की गई है।
जिले के विद्यालयों में 18.41 लाख धनराशि से वाईटबोर्ड उपलब्ध करा दिए गए है। 348 विद्यालयों में 27 लाख से पानी की टंकी तथा 754 विद्यालयों में 47.26 लाख से मंकी नेट लगाए गए हैं। 246 विद्यालयों में 23.26 लाख झूले, 337 विद्यालयों में 29.75 लाख से बेबी स्लाइड लगाए गए हैं। 46 विद्यालयों में 11.39 लाख से वॉलीबॉल कोर्ट हैंडबॉल कोर्ट, 109 विद्यालयों में 39.35 लाख से बैडमिंटन कोर्ट, 93 विद्यालयों में 12.60 लाख से पेंटिंग एवं सौन्दर्यीकरण कार्य किया गया है।
प्रोजेक्ट उत्कर्ष के अर्न्त 215 राजकीय विद्यालयों में सीएसआर के तहत डीएमएफ, हुडको व ओएनजीसी के माध्यम से 6801 फर्नीचर से लाभान्वित किया गया है। राजकीय प्रारंभिक विद्यालयों में डीएमएफ द्वारा 360 सेट फर्नीचर आपूर्ति की गई है जिससे 39 विद्यालयों में 1080 बच्चे लाभान्वित हुए हैं।
प्रोजेक्ट उत्कर्ष अन्तर्गत विकासखण्ड कालसी को 97 से व विकास नगर को 390 सेट 58 विद्यालयों को उपलब्ध कराए गए हैं जिससे 974 बच्चे लाभान्वित हुए हैं। विभाग द्वारा 45 राजकीय विद्यालयों को 1239 फर्नीचर आपूर्ति की गई है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालयों के पुस्तकालय में दैनिक समाचार पत्र, सामान्य ज्ञान पुस्तक, मैगजीन, महापुरुषों की जीवनी, आत्मकथाएं तथा प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बन्धित महत्वपूर्ण पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही है।
स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे महापुरुषों की जीवनी, बच्चों को पढ़ाई के साथ कौशल विकास की शिक्षा देने का भी किया जा रहा है प्रयास
खेल मनोरंजन के साथ पढ़ाई भी, कॉमिक्स, मैगजीन व समाचार पत्रों के माध्यम से देश दुनिया से रूबरू रहेंगे बच्चे
जिलाधिकारी की पहल पर प्रत्येक स्कूल में न्यूज़पेपर, मैगज़ीन, शब्दकोश और महापुरुषों की जीवनियाँ अनिवार्य रखे जाने के निर्देश दिए ताकि बच्चे व्यवसायिक शिक्षा के साथ 2 महापुरूषों की जीवनी से परिचित हो सके।
जिलाधिकारी ने स्कूलों की कक्षाओं में मूलभूत सुविधा, लाईट, पानी, पेयजल, शौचालय उपलब्ध हों पानी की टंकियों की मरम्मत सफाई एवं सुरक्षा हेतु इंतजाम के साथ ही गुणवत्तायुक्त पोष्टिक भोजन सुनिश्चित करने हेतु मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं सम्बन्धित खण्ड एवं उप शिक्षा अधिकारियों को निरंतरता बनाए रखने के निर्देश
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल, जिला शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।