महंत देवेन्द्र दास  महाराज का 24वां प्रकटोत्सव श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया

 महंत देवेन्द्र दास  महाराज का 24वां प्रकटोत्सव श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया
श्रमिक मंत्र ,देहरादून। महंत देवेन्द्र दास महाराज का प्रकटोत्सव सादगी और श्रद्धाभाव से मनाया गया
दरबार साहिब के सज्जादानशीन, गद्दीनशीन  महाराज को शुभकामनाएं देने देश विदेश से उमड़े श्रद्धालु ,संगतों ने  झण्डा साहिब पर टेका मत्था व महाराज से लिया आशीर्वाद।
गुरु राम राय दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन, गद्दीनशीन महंत देवेन्द्र दास  महाराज का 24वां प्रकटोत्सव श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया।
देश विदेश सहित उत्तराखंड व पड़ोसी राज्यों से  दरबार साहिब पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया व उन्हें जन्मदिवस (प्रकटोत्सव) की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर दरबार साहिब में विशेष पूजा अर्चना आयोजित की गई व प्रसाद वितरण किया गया।
गौरतलब है कि आज ही के दिन 2000 को ब्रह्मलीन महंत इन्दिरेश चरण दास  महाराज ने  महंत देवेन्द्र दास महाराज को अपना शिष्य स्वीकार किया था तथा उन्होंने गुरु के सानिध्य में दीक्षा ली थी।
तभी से महंत देवेन्द्र दास  महाराज के जन्मदिवस (प्रकट उत्सव) के रूप में मनाया जाता है। 25 जून 2000 को  महंत देवेन्द्र दास महाराज, सज्जादानशीन के रूप में  गुरु राम राय दरबार साहिब में गद्दीनशीन हुए थे।
दरबार साहिब में सुबह से ही विशेष चहल पहल शुरू हो गई थी। सुबह नित्यकर्म की पूजा अर्चना के बाद  महाराज  ने सर्वप्रथम  दरबार साहिब व झंडा साहिब पर मत्था टेका। इसके बाद मुख्य पुजारी  ने जन्मदिन की विशेष पूजा अर्चना की। महाराज  ने दरबार की परंपरा के अनुसार अरदास भी कराई।
इस अवसर पर महाराज  ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। जो लोग जरूरतमंदों की सेवा करते हैं वे सच्चे समाजसेवी होते हैं। सेवाधर्म ही सबसे बड़ा धर्म है।
महंत देवेन्द्र दास  महाराज ने  गुरु राम राय  महाराज का विशेष सिमरन करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा ही गुरु महाराज  ने सूक्ष्म उपस्थिति में प्रेरणा दी है।
उन्होंने कहा कि उन्हें दूनवासियों, राज्य की जनता व श्रद्धालुओं से सदैव भरपूर स्नेह प्राप्त हुआ है।  महाराज  ने अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि समाज को नई व सही दिशा देने के साथ साथ उत्तराखंड के सुदूर व पहाड़ी क्षेत्रों तक गुणवत्तापरक शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए एसजीआरआर मिशन प्रतिबद्ध है।
इस मिशन के अन्तर्गत  महंत इन्दिरेश अस्पताल उत्तराखण्ड व निकटवर्ती राज्यों के गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं दूसरी ओर  गुरु राम राय विश्वविद्यालय समाज के हर वर्ग तक उच्च शिक्षा पहुंचाने का निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने दोहराया कि समाज के पिछड़े व कमजोर वर्ग के लोगों को मुख्य धारा में शामिल करने के लिए एसजीआरआर मिशन सदैव प्रयासरत रहेगा।
इसके बाद उत्तर भारत में संचालित  गुरु राम राय पब्लिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं व स्टाफ सदस्यों,  महंत इन्दिरेश अस्पताल देहरादून के डाॅक्टरों, स्टाफ सदस्यांे शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों, उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित देश-विदेश के कोने-कोने से पहुंचीं संगतों व श्रद्धालुओं ने  दरबार साहिब में  महाराज  से आशीर्वाद लिया व उन्हें दीर्घायु होने की शुभकामनाएं दीं।
पंजाब व हरियाणा से संगतें शुक्रवार को ही  दरबार साहिब पहुंच गई थीं। बधाई देने का क्रम देर शाम तक जारी रहा। इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए मिष्ठान व लंगर की विशेष व्यवस्था की गई। देहरादून के कई प्रतिष्ठित व गणमान्य व्यक्तियों ने  दरबार साहिब पहुंचकर  महाराज को शुभकामनाएं दीं।
शिविर में 65 यूनिट रक्तदान
महंत इन्दिरेश अस्पताल के ब्लड बैंक एवं महाकाल सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में  दरबार साहिब परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर भी लगाया गया। शिविर में 65 यूनिट रक्तदान हुआ। शिविर को सफल बनाने में रोशन राणा का विशेष सहयोग रहा।