कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मिलेट (अन्न) गोष्ठी में प्रतिभाग किया
श्रमिक मंत्र,देहरादून। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित अच्छे स्वास्थ्य में मिलेट (अन्न) का महत्व के विषय आधारित गोष्ठी में प्रतिभाग। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी शुक्रवार को देहरादून राजपुर रोड में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर संजय आर्थोपिडि, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर व सेवा सोसायटी द्वारा आयोजित निशुल्क आर्थोपिडिक एवं स्त्री रोग परामर्श स्वास्थ्य शिविर एवं जागरूकता व्याख्यान अच्छे स्वास्थ्य में मिलेट (श्री अन्न) का महत्व के विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम में विभिन्न मेडिकल विश्व विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर सहित कई गणमान्य लोगों ने मिलेट के फायदों के बारे में विस्तार से बताया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे शास्त्र में कहा गया है अन्नम् वै प्राणः अर्थात अन्न ही जीवन है। आहार अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मोटे अनाज अधिकांश जीवनशैली रोग जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, एथेरोस्क्लेरोसिस, हाइपर लिपिडेमिया और कई अन्य बीमारियां खराब भोजन की आदतों से जुड़ी हुई हैं। मोटे अनाज ऊर्जा, प्रोटीन, फाइबर, खनिज जैसे कॉपर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, पोटेशियम, जिंक, सेलेनियम, कई अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट का अच्छा स्रोत हैं। मोटे अनाजों का सेवन न केवल ऊर्जा की आपूर्ति कर सकता है, बल्कि प्रतिरक्षा में सुधार करके अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की आपूर्ति कर सकता है।
उन्होंने कहा सभी मोटे अनाज गेहूं, चावल और मक्का से बेहतर हैं।परंपरागत रूप से मोटे अनाज से दलिया और रोटी बनाई जाती है लेकिन मोटे अनाज के इस अंतरराष्ट्रीय वर्ष में नए रेसिपी आ रहे जो 18 मार्च 2023 को दिल्ली में वैश्विक बाजरा (श्री अन्न) सम्मेलन में स्पष्ट था। एक बार “गरीब आदमी भोजन” के रूप में टैग किया गए मोटे अनाज तेजी से दुनिया भर में भोजन की प्लेटों में अपना रास्ता खोज रहे हैं। मंत्री जोशी ने कहा मोटे अनाज के नियमित सेवन से न केवल व्यक्तियों के शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलेगी, बल्कि अधिक उत्पादन से किसानों के वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलेगी, विशेष रूप से अल्पविकसित और शुष्क क्षेत्रों में रहने वाले सीमांत किसानों के लिए। यह पहल भविष्य में न केवल स्वास्थ्य, खाद्य और कृषि क्षेत्रों में बल्कि अन्य संबंधित क्षेत्रों के साथ-साथ दुनिया भर में गेम चेंजर साबित होगी क्योंकि 97 प्रतिशत मोटे अनाज का उत्पादन विकासशील देशों में होता है। मंत्री जोशी ने कहा सरकार किसानों को आय दोगुनी करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। इस अवसर पर पद्मश्री डॉ बीके एस संजय , सुरेंद्र मित्तल, महावीर अग्रवाल, कुलपति मेडिकल कॉलेज हेमचंद्र पांडे, कमल शंकर कुशल अमल शंकर कुशल, डॉ. सुजाता संजय मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत पार्षद संजय नौटियाल पूर्व मंडल अध्यक्ष पूनम नौटियाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।