जोशीमठ आपदा के बाद सरकार समस्त जनपदों में सात सदस्यीय समिति बनाने पर कर रही विचार डा. प्रेमचंद अग्रवाल 

जोशीमठ आपदा के बाद सरकार समस्त जनपदों में सात सदस्यीय समिति बनाने पर कर रही विचार डा. प्रेमचंद अग्रवाल

श्रमिक मंत्र,देहरादून। मंत्री डा.अग्रवाल ने बताया कि समस्त जनपदों में भूकंप, भूस्खलन, भू-धसाव,अतिवृष्टि आदि जोखिम संभावित भवनों के चिन्हीकरण कर सुरक्षित करने को सात सदस्यीय समिति बनाने पर विचार कर रही है। डा. अग्रवाल ने बताया कि अपने-अपने जनपदों में जिलाधिकारी इस समिति की अध्यक्षता करेंगे, जबकि अन्य छह इसके सदस्य रहेंगे।आवास मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि जिलाधिकारी के अलावा इन छह सदस्यों में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अथवा सचिव, संबंधित क्षेत्र के उपजिलाधिकारी, लोक निर्माण विभाग अथवा सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता, सहायक भूवैज्ञानिक (भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग), आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र के निदेशक अथवा उनके द्वारा नामित प्रतिनिधि और संबंधित नगर निकाय के अधिशासी अधिकारी रहेंगे।आवास मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि इन सात सदस्यीय समिति में आवश्यकतानुसार कोई भी संबंधित विशेषज्ञ को आमंत्रित सदस्य के रूप में काम किया जा सकता है। बताया कि यह समिति प्रत्येक जनपद में ऐसे निर्मित भवन जो जोखिम संभावित भवनों की श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 30 डिग्री से अधिक ढाल पर निर्मित भवन, नदियों के अंतर्गत अथवा फ्लड जोन के अंतर्गत निर्मित भवन आदि ऐसे समस्त भवन जो असुरक्षित हों।

आवास मंत्री डा. अग्रवाल ने बताया कि ऐसे असुरक्षित भवनों का भी चिन्हीकरण किया जाएगा, जिन्हें रेट्रोफिटिंग द्वारा संरक्षित किया जा सकता है। बताया कि समिति इनके चिन्हीकरण के बाद आपदा न्यूनीकरण वनों को सुरक्षित किये जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करेगी।