मुख्य सचिव ने केदारनाथ यात्रा के लिए जिलाधिकारी एवं एस.सी. लोनिवि राजेश शर्मा को निर्देश दिए
उन्होंने सफाई व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखने के लिए यात्रा पैदल मार्ग एवं धाम में संचालित होने वाले होटल, ढाबों से भी फीड बैक लेने को कहा ताकि समुचित सफाई व्यवस्था बनी रहे। इसके साथ ही उन्होंने सुलभ शौचालय एवं यात्रा मार्ग में सफाई व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी निर्देश दिए। साथ ही यात्रा व्यवस्था को दुरस्त रखने के लिए यात्रा कंट्रोल रूम भी संचालित करने के निर्देश दिए ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कंट्रोल रूम को अवगत कराया जा सके। कंट्रोल रूम को सूचना प्राप्त होने पर संबंधित अधिकारी से यथाशीघ्र संबंधित व्यवस्था को तत्परता से ठीक किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ धाम में यात्रियों के ठहरने के लिए उचित आवास व्यवस्था की जाए तथा ट्रैक रूट एवं धाम में विद्युत आपूर्ति सुचारू रहे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों को शीघ्रता से करने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया है तथा केदारनाथ धाम में निर्माण सामग्री एवं अन्य खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के लिए एक हजार घोड़े-खच्चरों की केवल निर्माण एवं खाद्य सामग्री पहुंचाने हेतु व्यवस्था की गई है। केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में तीर्थ यात्रियों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं तथा यात्रा मार्ग में 12 स्थानों पर एमआरपी बनाए गए हैं तथा 22 चिकित्सकों एवं 22 फार्मसिस्ट तैनात किए गए हैं जिनकी रोस्टरवार ड्यूटी लगाई जाएगी तथा सभी को उचित प्रशिक्षण दिया गया है इनमें 3 फिजिशियन एवं 2 आॅर्थोपेडिक डाॅक्टर तैनात किए गए हैं। आवश्यक सेवा हेतु यात्रा मार्ग में 6 एंबुलेंस तैनात की गई हैं जिसमें 3 एंबुलेंस रिजर्व में रखी गई हैं। साफ-सफाई व्यवस्था हेतु सुलभ इंटरनेशनल द्वारा यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में साफ-सफाई की जिम्मेदारी दी गई है तथा मंदिर परिसर में केदारनाथ नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई की जाएगी। इसके साथ ही जिला पंचायत, वन विभाग एवं नगर पंचायत ऊखीमठ, अगस्त्यमुनि, तिलवाड़ा तथा नगर पालिका रुद्रप्रयाग द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई की जिम्मेदारी दी गई है जिसके लिए सभी द्वारा किए जा रहे कार्यों की एसओपी तैयार की गई है। यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों का उचित स्वास्थ्य परीक्षण पशुपालन विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इसके साथ ही डंडी-कंडी का भी पंजीकरण जिला पंचायत द्वारा किया जा रहा है जिसके सफल क्रियान्वयन हेतु जी मैक्स द्वारा सभी का आॅनलाइन डाटा तैयार किया जाएगा। यात्रा मार्ग में यात्रियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने हेतु जल संस्थान द्वारा सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक 9 वाटर आरओ स्थापित किए हैं। इसके साथ ही यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम तक 74 स्टेंड पोस्ट स्थापित किए गए हैं। घोड़ा पड़ाव यात्रा मार्ग तक 39 पानी की चरियां स्थापित की गई हैं जिनमें 8 स्थानों पर गर्म पानी की व्यवस्था की गई है तथा यात्रा मार्ग में विद्युत व्यवस्था हेतु पूरे यात्रा मार्ग में स्ट्रीट लगाई गई हैं।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए उचित आवास व्यवस्था हेतु गुप्तकाशी से बड़ी लिनचोली तक जीएमवीएन के गेस्ट हाउस में 2500 लोगों की ठहरने की व्यवस्था होगी इसी के साथ केदारनाथ धाम में 2 टैंट काॅलोनी न्यू घोड़ा पडाव एवं हिमलोक काॅलोनी में किया जा रहा है जिसमें 80-80 बैड तैयार किए जा रहे हैं जिसमें 1600 लोगों की ठहरने की व्यवस्था है तथा जीएमवीएन के टैंट एवं गेस्ट हाउस में कुल 2500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों को अस्थाई टैंट लगाने की व्यवस्था अनुमति दी गई है। केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए 7 सेक्टरों में विभाजित किया गया है जिसके लिए 7 सेक्टर एवं 7 सहायक सेक्टर अधिकारी तैनात किए गए हैं जो केवल यात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं पर निगरानी रखते हुए संबंधित व्यवस्थाओं को तत्परता के साथ उपलब्ध कराए जाने के लिए अवगत कराया जाएगा। यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस विभाग द्वारा पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है जिसके लिए पुलिस अधिकारी एवं जवानों को उचित प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया गया है। बैठक में पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे, प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु, एस. सी. लोनिवि राजेश शर्मा, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एचसीएस मार्तोलिया, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल, अधिशासी अभियंता लोनिवि जीएस रावत, तहसीलदार मंजू राजपूत सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।