मुख्यमंत्री की त्वरित न्याय कार्यशैली से प्रेरित जिला प्रशासन के जनहित में एक के बाद एक धुआंधार एक्शन जारी
श्रमिक मंत्र, देहरादून। प्रशासन का रौद्ररूप देख दोड़ने लगी वर्षों से दबी भूमि फर्जीवाड़े की फाईलें; पुलमा देवी के नाम चढाई भूमिधरी।मजबूर फरियादी, संवेदनशील डीएम, सशक्त प्रशासन; त्वरित एक्शन। वर्षों से न्याय को भटक रही पुलमा देवी को न्याय; अवस्थापना खण्ड ने तहसील को भेजा भूमिधरी सुधारीकरण पत्र; तहसील ने भूमिधरित में चढाया फरियादी का नाम।
डीएम के हाथ पंहुचे गर्दन तक, तब टिहरी बांध पुर्नवास विभाग को याद आए अपने दायित्व। डीएम ने पकड़ा था भूमि फर्जीवाड़ा खेल, घोर लापरवाही पर अधीक्षण अभियंता (टिहरी बांध पुर्नवास) का वाहन कर लिया था जब्त; पुनर्वास परियोजना अधिकारियों को लिया डीएम ने आड़े हाथ। अवस्थापना पुनर्वास खण्ड ऋषिकेश का कारनामा; एक व्यक्ति जिसने अपनी भूमि 2007 में विक्रय की, बिना जांच के 2019 में उसी के नाम चढावा दी थी दोबारा भूमिधरी। अब तहसील को भेजा स्वामित्व सुधारीकरण पत्र; उसी दिन हो गया महिला का इद्रांज।
डीएम ने एसडीएम अपूर्वा को सौंपी अग्रेतर क्रिमनल प्रोसेडिंग। जिलाधिकारी सविन बसंल भूमि फर्जीवाड़ा की शिकायतों पर सख्त रूख अपनाएं हुए हैं। विगत दिवस जनता दर्शन में शास्त्रीनगर तपोवन निवासी फरियादी पुलमा देवी प्रकरण में जिला प्रशासन ने सख्ताई दिखाते हुए अब भूमि प्रकरण में जाचं कराई तथा भूमि को फरियादी के नाम चढवा दिया हैं। फरियादी ने फुलसनी में 2007 में भूमि क्रय कि थी जिसकी रजिस्ट्री भी है, जो आवासीय भूमि टिहरी विस्थापित को आंविटत की गई थी, वर्ष 2020 में भूमि स्वामी द्वारा वही भूमि किसी अन्य को विक्रय कर दी। इस गंभीर एवं संदिग्ध प्रकरण पर डीएम ने जांच कराई। जून माह के द्वितीय जनता दर्शन में डीएम के संज्ञान में आया था पुलमा देवी प्रकरण।
डीएम का रौद्र रूप देख अवस्थापना (पुनर्वास) खण्ड ऋषिकेश द्वारा अपनी 2019 में की गई भूल को सुधारते हुए पुर्नवास विभाग ऋषिकेश ने 07 जुलाई तहसील विकासनगर को भूमिधरि दुरस्त करने हेतु पत्र लिखते हुए वर्ष 2019 में चढाई गई भूमिधरि को निरस्त करने तथा 2019 के उपरान्त हुए नामांन्तर को निरस्त करते हुए दुरस्ती करने का अनुरोध किया गया है, जिस तहसील प्रशासन द्वारा अभिलेखों में दुरस्तीकरण कर लिया गया है। डीएम जांच में खुलासा हुआ कि अधिशासी अभियंता अनुसंधान एवं नियेाजन खण्ड ऋषिकेश द्वारा चन्दरू पुत्र अमरू को ग्राम फुलसनी में खसरा न0 399 च0मि0 में 200 वर्गमीटर भूखण्ड ग्रामीण पुनर्वास ऋषिकेश के द्वारा मार्च 2007 में आवासीय भूखण्ड स0 44, 200 वर्म मी0 आंवटित कर माह अपै्रल 2007 में कब्जा दिया गया था।
वरिष्ठ प्रबन्धक (पुनर्वास) टिहरी बांध परियोजना केदारपुर देहरादून द्वारा अपने पत्र में बताया कि चन्दरू ग्राम बन्द्राकोटी द्वारा विभाग को गुमराह करते हुए वास्तवित तथ्य छिपाते हुए उक्त भूखण्ड पर भूमिधरी दिये जाने हेतु पुनः प्रत्यावेदन किया गया, जिसके फलस्वरूप उप राजस्व अधिकारी अधिकारी अवस्थापना (पुनर्वास) खण्ड ऋषिकेश द्वारा अपने पत्र 2019 को भूमिधरी प्रकरण तहसील विकासनगर देहरादून को प्रेषित किया गया था तथा भूमिधरि पुनः अंकित की गई। जिस पर डीएम ने अधीक्षण अभियंता (टिहरी बांध पुर्नवास) का वाहन जब्त करते हुए संख्त कार्यवाही की चेतावनी देते हुए विवरण सहित प्रस्तुत होने के निर्देश दिए थे। प्रकरण की विस्तृत अग्रेतर क्रिमिनल प्रोसेडिंग हेतु जांच उप जिलाधिकारी मुख्यालय अपूर्वा को सौंपी है।
इस प्रकार की कार्यवाही से जिला प्रशासन इस पर सख्त कार्यवाही का मूड बना चुका है साथ ही सख्त संदेश दिया है जब तक फरियादी को न्याय नही मिलेगा तब तक प्रशासन चुप नही बैठेगा। डीएम ने पकड़ा भीषण खेल, एक ही व्यक्ति ने गुमराह कर दो बार विक्रय कर दी टिहरी बांध प्रभावितों को भूमि; व्यथित, विस्थापित की मजबूरी, पीड़ा का फायदा उठा रहे पुनर्वास परियोजना अधिकारियों को डीएम ने आड़े हाथ लेते हुए अधीक्षण अभियंता (टिहरी बांध पुर्नवास) का वाहन जब्त कर लिया था तथा विवरण सहित प्रस्तुत होने के निर्देश दिए थे।
डीएम की जांच में हुए खुलासे पर डीएम ने एसडीएम मुख्यालय अपूर्वा को जांच अग्रेतर क्रिमनल प्रोसेडिंग हेतु सौंप दी है। अवस्थापना पुनर्वास खण्ड ऋषिकेश का कारनामा; एक व्यक्ति जिसने अपनी भूमि 2007 में विक्रय की, बिना जांच के 2019 में उसी के नाम दोबारा भूमिधरी चढावा दी। इसे डीएम ने गंभीर मानते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। जून माह के द्वितीय जनता दर्शन में उठा था मामला। जब तक पुलमा देवी को न्याय नही मिलेगा, तब तक प्रशासन छोड़ने वाला नही है। प्रशासन ने इस प्रकरण पर सख्त एक्शन का मन बना लिया है।