जिम कार्बेट के गांव छोटी हल्द्वानी को जैव विविधता विरासतीय स्थल घोषित करने की हो रही तैयारी

जिम कार्बेट के गांव छोटी हल्द्वानी को जैव विविधता विरासतीय स्थल घोषित करने की हो रही तैयारी

श्रमिक मंत्र, देहरादून।  विश्व प्रसिद्ध शिकारी और संरक्षणवादी जेम्स एडवर्ड कार्बेट (जिम कार्बेट) के गांव छोटी हल्द्वानी को जैव विविधता विरासतीय स्थल घोषित करने की तैयारी है। ग्रामीणों की ओर से इस बारे में मिले प्रस्ताव पर उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड मंथन में जुट गया है। बोर्ड के पास पिथौरागढ़ के थलकेदार और टिहरी के देवलसारी के प्रस्ताव भी लंबित हैं, जबकि पूर्व में इनके ड्राफ्ट तैयार हो चुके है। बोर्ड के अध्यक्ष राजीव भरतरी के अनुसार बीते दो वर्षों में कोरोना संकट के कारण जैव विविधता विरासतीय स्थल घोषित करने की मुहिम परवान नहीं चढ़ पाई थी। अब इसे तेज किया जाएगा। उत्तराखंड उन राज्यों में शामिल है, जहां जैव विविधता अधिनियम लागू है। अधिनियम में राज्य को अधिकार है कि वह स्थानीय निकायों के परामर्श से ऐसे स्थलों को जैव विविधता विरासतीय स्थल के रूप में अधिसूचित कर सकता है, जो किसी जैव संसाधन अथवा जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इस सबके बावजूद जैव विविधता के मामले में धनी उत्तराखंड में एक भी जैव विविधता विरासतीय स्थल घोषित नहीं किया जा सका है। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।