समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने उठाए ईवीएम पर सवाल

 

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने उठाए ईवीएम पर सवाल

श्रमिक मंत्र, देहरादून। लोकतंत्र में चुनावी प्रक्रिया की विश्‍वसनीयता इस बात पर तय होती है कि चुनाव के लिए डाले गए वोटिंग की गिनती करने की प्रक्रिया कितनी सरल और विश्‍वसनीय है। भारत में ईवीएम मशीनों के प्रयोग के पहले देशभर में अलग-अलग स्‍तरों पर होने वाले चुनाव मतदान केंद्रों पर हमले, मतपेटियों में मत भरने जैसी घटनाओं से प्रभावित रहे हैं। यह हमला राजनीतिक पार्टियों के लिए काम करने वाले असामाजिक तत्‍व किया करते थे। ईवीएम मशीनों का प्रयोग शुरू होने के बाद ऐसी घटनाएं बीते दिनों की बात हो गई हैं। पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के बाद एक बार समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। आइए जानते हैं कि ईवीएम के उन सवालों के बारे में जो आपके मन में भी उठ रहे होंगे। जैसे ईवीएम को क्‍या हैक किया जा सकता है? ईवीएम कैसे काम करता है वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में इन मशीनों पर सवाल उठे थे। अमेरिका स्थित एक हैकर ने दावा किया है कि वर्ष 2014 के चुनाव में मशीनों को हैक किया गया था। इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्‍व वाले गठबंधन ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की थी। हालांकि, निर्वाचन आयोग ने इन दावों का खंडन किया था, लेकिन ईवीएम मशीनों में तकनीक के इस्‍तेमाल को लेकर आशंकाए जाहिर की गई है। यह मामला भारतीय अदालतों तक पहुंचा, लेकिन चुनाव आयोग प्रत्‍येक मौके पर मशीनों को हैकिंग प्रूफ बताता रहा है। बता दें कि भारत के चुनाव में 16 लाख ईवीएम मशीनें प्रयोग की जाती है। एक ईवीएम मशीन में अधिकतम दो हजार मत डाले जाते हैं। चुनाव आयोग ईवीएम मशीनों को पूरी तरह से सुरक्षित होने का दावा करता आया है। श्रमिक मंत्र संवाददाता  की ये खास रिपोर्ट।