मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार कर रही है बेहतर काम, आपदा में किया बेहतर मैनेजमेंट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का उत्तराखंड दौरा खत्म हो गया है । कल देर रात उत्तराखंड पहुंचे गृहमंत्री ने आज सुबह आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया । आज लगभग 2 घंटे तक हवाई सर्वेक्षण में गृहमंत्री ने नैनीताल, उधमसिंहनगर, अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़ जनपद में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया।
आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट के राज्य अतिथि गृह में अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, आपदा प्रबंधन मंत्री धनसिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, सहित तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा भारी बारिश से हुए नुकसान की प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में संकट की इस घड़ी में बेहतर काम किया है। मुख्यमंत्री ने एक कुशल टीम लीडर की तरह पूरी टीम का नेतृत्व किया है । केंद्र सरकार द्वारा समय पर दी गई सूचना और राज्य सरकार के बेहतर मैनेजमेंट से नुकसान कम हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में कदम से कदम मिलाकर राज्य सरकार के साथ खड़ी है। केंद्र सरकार हर प्रकार का सहयोग करेगी। केंद्र ने राज्य सरकार को पूर्व में ही बजट का आवंटन किया हुआ है । इसके अतिरिक्त बजट की आवश्यकता पड़ेगी तो सरकार उसके लिए मदद करेगी।आपदा का विस्तृत आकलन करने के बाद किसी विशेष राहत पैकेज की घोषणा कर सकते हैं । पत्रकारों के सवालों पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को एक पैकेज दिया हुआ है। इसके बावजूद आपदा का विस्तार से आकलन के बाद केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पिछले 100 दिन में बेहतर काम हुआ है । सरकार ने जनहित से जुड़े तमाम महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। जनता का पूरा विश्वास धामी सरकार के साथ है हम 2022 में दोबारा प्रचंड बहुमत से उत्तराखंड में अपनी सरकार बनाएंगे।
देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता मोनू राजवान की रिपोर्ट
देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता मोनू राजवान की रिपोर्ट