रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद वहां रह रहे भारतीयों पर आयी मुसीबत
श्रमिक मंत्र, देहरादून। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद वहां रह रहे भारतीयों पर मुसीबत आ गई है। यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गए हजारों भारतीय छात्र भी युद्ध के बाद वहां फंस गए हैं। विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों को स्वदेश सकुशल वापस लाने के लिए तमाम कोशिशें भी कर रहा है। यूक्रेन गई भारतीय फ्लाइट को गुरुवार को बैरंग वापस लौटना पड़ा था। ऐसे में भारत सरकार नागरिकों को वापस लाने के लिए नए प्लान पर काम कर रही है। दरअसल, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र और नौकरी कर रहे भारतीयों को निकालना भारत सरकार के लिए फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती भी है और सबसे बड़ी प्राथमिकता भी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं अपने कैबिनेट सहयोगियों को निर्देश दिया है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सकुशल स्वदेश लाना पहली प्राथमिकता हो।रूस के हमले की वजह से राजधानी कीव के हवाई अड्डे का संचालन ठप हो चुका है, इसकी वजह से विशेष विमान भेजकर भारतीय विद्यार्थियों को निकालने की योजना प्रभावित हुई है। भारतीय विद्यार्थियों को लाने के लिए भेजे गए एक विमान को बैरंग वापस आना पड़ा। ऐसे में भारत यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से सटे दूसरे देशों के जमीनी रास्ते से विद्यार्थियों को वापस निकालने में जुट गया है।विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने आश्वस्त करते हुए कहा कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यूक्रेन से सटे चार देशों पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया और हंगरी के रास्ते भारतीय विद्यार्थियों और दूसरे नागरिकों को निकालने पर काम शुरू हो गया है। इन देशों से अलग-अलग 10 भारतीय राजनयिकों की टीम यूक्रेन के लिए रवाना हो चुकी है। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।