उत्तराखंड को जल्द ही नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत 409 करोड़ रुपये की सौगात मिलने की उम्मीद
श्रमिक मंत्र, देहरादून। राष्ट्रीय नदी गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता के लिए चल रही नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत उत्तराखंड को जल्द ही 409 करोड़ रुपये की सौगात मिलने की उम्मीद जगी है। केदारनाथ यात्रा के पहले पड़ाव गौरीकुंड समेत प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), सीवर लाइन का निर्माण, स्लग मैनेजमेंट प्लांट जैसे कायों के मद्देनजर राज्य की ओर से भेजे गए प्रस्ताव का राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) परीक्षण करा रहा है। अपर सचिव एवं प्रदेश में नमामि गंगे परियोजना के कार्यक्रम निदेशक उदयराज सिंह ने इसकी पुष्टि की। नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत पूर्व में गंगा के उद्गम स्थल गोमुख से लेकर हरिद्वार तक गंगा से लगे 15 नगरों में एसटीपी व नाला टैपिंग के कार्य किए गए थे। इसके पीछे मंतव्य यही है कि इन नगरों से गंदगी और कूड़ा-कचरा गंगा में न समाने पाए। इस पहल के सार्थक परिणाम भी आए हैं। हरिद्वार तक गंगा जल की गुणवत्ता में सुधार इसका उदाहरण है। इसके साथ ही सरकार ने गंगा की सहायक नदियों में भी नमामि गंगे के अंतर्गत इसी तरह की पहल कराने में सफलता पाई है। ऊधमसिंह नगर जिले में नौ प्रोजेक्ट पूर्व में स्वीकृत किए जा चुके हैं।श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।