फरिश्ता बनकर पहुंचे डेरा सच्चा सौदा के सेवादार तीर्थनगरी हरिद्वार के : ब्रह्मपुरी 

फरिश्ता बनकर पहुंचे डेरा सच्चा सौदा के सेवादार तीर्थनगरी हरिद्वार के : ब्रह्मपुरी 
हरिद्वार/श्रमिक मंत्र,देहरादून। करीब एक सप्ताह से अधिक समय से अपने घरों में कैद होकर नारकीय जीवन जीने को विवश,घरों में कैद ब्रह्मपुरी वासियों के लिए रविवार को मानवता भलाई के सैकड़ों कार्य करने वाले  डेरा सच्चा सौदा के सेवादार फरिश्ता बनकर पहुंचे। उन्होंने सैकड़ों टन मलबा कालोनी से हटाकर ब्रह्मपुरी कॉलोनी के  दो दर्जन से अधिक परिवारों के सैकड़ों लोगों का जीवन  वापस पटरी पर लौटाया।  ज्ञात रहे कि बीते  दिनों हुई  भारी बारिश के चलते पहाड़ से मलवा और सैकड़ों  टन कूड़े का ढेर बरसात के पानी के साथ  ब्रह्मपुरी वासियों के घरों में घुस गया। आलम यह था कि घरों में और घर के बाहर 5 से 6 फीट तक कूड़े और मलबे की दीवार खड़ी हो गई थी।  जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया।  भयंकर गंदगी और बदबू से लोगों का जीवन बेहाल हो गया था। पार्षद,उच्चाधिकारियों से भी लगाई थी गुहार
स्थानीय लोगों की मानें तो उन्होंने घरों से मलबा हटाने के लिए कई बार पार्षद से लेकर कई उच्च अधिकारियों तक से गुहार लगा लगाई थी। लेकिन किसी ने भी उनकी  समस्या को नहीं सुना । और समस्या  निस्तारण नहीं हो सका। थक हार कर जब हम कॉलोनी वासियों ने डेरा सच्चा  के सेवादारों से सम्पर्क कर अपनी आपबीती सुनाई। तो उन्होंने तत्काल समस्या का समाधान करते हुए हमें राहत दी है। धन्य है ये डेरा सेवदार जो मात्र सूचना पर हमारी सहायता के लिए आ गए।
फरिश्ता बनकर पहुंचे डेरा सेवादार,घरों से मलबा हटाया
कॉलोनी वासियों की सूचना पर डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों की टीम रविवार को कालोनी में पहुंची। कई कई फीट कूड़े का ढेर लोगों के घरों में और बाहर जमा  था। करीब 300 सेवादारों ने 100 मीटर से भी अधिक ऊंचाई तक बसी ब्रह्मपुरी कॉलोनी के दर्जनों परिवारों मुसीबत से राहत दिलाई और कई टन कूड़ा निकालकर नगर निगम हरिद्वार को सौंप दिया।

11 ब्लॉकों  की टीम पहुंची कूड़ा हटाने
ऋषिकेश से आए सेवादार नीरज इन्सां ने बताया कि रविवार को इस सफाई कार्यक्रम में 11 ब्लॉक की टीम आई।  जिसमें ऋषिकेश, रुड़की ,लक्सर आदि जगहों से सेवादार आए। उन्होंने बताया कि सफाई के दौरान उन्हें यहां 16 परिवार तो ऐसे मिले  जिनके घरों का रास्ता मलबे ने पूरी तरह बंद कर दिया था।  वह घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे थे। जमा कूड़े के कारण  घरों के अंदर ही कैद हो  गए थे। सभी के  घरों के अंदर और बाहर से  मलबा हटाया गया। मुसीबत में फंसे सैकड़ों लोगों का जीवन सामान्य किया गया। नीरज इन्सांने बताया कि यहां रहने वाले डेरा के समर्थक रामवीर राजू विकास, रामअवतार चौहान, मनीष सैनी, संजीत शर्मा ने यहां के लोगों की मदद करने के लिए सफाई मुहिम चलाने के लिए अनुरोध किया था। जिसे परम पूज्य पिताजी ने सहर्ष स्वीकार किया और हमें यह मानवता भलाई का कार्य करने का आदेश दिया। इस दौरान 85 मेंबर राजवीर, राजेश, कुलदीप, विनोद, अनीता, सीटों, रुकमणी, सारणी आदि सैकड़ों सेवादारों ने भी सेवाएं दी।
सफाई अभियान के बाद क्या बोली, मेयर
डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने बहुत ही सराहनीय और अच्छा कार्य किया है। जिसके लिए पूरी डेरा सच्चा सौदा की टीम का, में पूरे नगर निगम की ओर से धन्यवाद करती हूँ। उन्होंने बताया कि नगर निगम की ओर से भी इस सफाई अभियान में ट्रैक्टर ट्राली और अन्य संसाधन उपलब्ध कराए गए । इस कार्य के लिए सभी का विशेष आभार।

मलबा हटाने पर क्या बोले,ब्रह्मपुरी वासी
राम अवतार सिंह का कहना है कि हमारे पीछे एक बंगाली बस्ती है।  वहां के सभी लोग पहाड़ की जड़ों में कूड़ा डालते हैं। धीरे-धीरे जमा होते होते यह कूड़ा बड़े ढेर के रूप में परिवर्तित हो गया और बारिश का पानी जब उसमें जमा हुआ तो बारिश के पानी के साथ बहकर यह कूड़ा हमारे घरों में जमा हो गया। मेरे घर के अंदर 5 फीट तक कूड़े की दीवार से बन गई थी।  मैं और मेरी बेटी  भी घर के अंदर फस गए थे। हम लोगों ने आपदा प्रबंधन से लेकर, सभी जगह गुहार लगाई। लेकिन हमारी समस्या का निस्तारण नहीं हुआ।  इसके बाद आज डेरा सच्चा सौदा के सेवक आए, जिन्होंने बड़ी संख्या में आकर हमारी मदद की। जिनका हम दिल से आभार व्यक्त करते है।
विकास कुमार का कहना है कि  हमारे घरों के भीतर बेड की ऊंचाई तक मलबा जमा हो गया था। हर जगह हाथ-पांव मारने के बाद मैंने डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों को को पत्र लिखा। जिसके बाद सेवादारों ने यहां आकर सफाई शुरू कर दी और मलबे को हटाया।  जिससे हमें नया जीवन मिला है। घर से नरक (गंदगी/मलबा ) हटने के बाद  अब उनका  जीवन  सामान्य हुआ है। कहा  कि  धन्य है ये डेरा सेवादार जो हमारी मुसीबत के समय  में दौड़े चले चले आए और समस्या का तत्काल निस्तारण कर सहयोग किया। देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता की रिपोर्ट।