मंत्री जोशी ने बताया कि 2025 तक सेब और कीवी के उत्पाद को हम दोगुना करेंगे
श्रमिक मंत्र,देहरादून। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार में रेशम विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में रेशम विभाग की भूमि को उद्योग विभाग को हस्तांतरित किए जाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में यह तय हुआ कि रानीपोखरी में रेशम विभाग की भूमि जो करीब 11.19 एकड़ भूमि है उसमे जहां पर रेशम विभाग का जो सेंटर बना हुआ है करीब तीन एकड़ भूमि में उसको छोड़कर बाकी शेष भूमि को उद्योग विभाग को हस्तांतरित की जाएगी। उसके बदले में कृषि विभाग को छरबा में भूमि एक्सचेंज की जायेगी। इसी प्रकार भरसार कि जो भूमि छिद्दरवाला में है उसके बदले भी कृषि विभाग को छरबा में जमीन मिलेगी। इस अवसर पर सचिव बी.वी.आरसी पुरुषोत्तम,अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान,रेशम बोर्ड के अध्यक्ष अजीत चौधरी, रेशम निदेशक एमएस यादव सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री जोशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए, कि किसान की क्या मांग है उसकी मांग के अनुसार सभी तैयारियां पूरी समय पर पूरी कर ली जाए। अगर जनपदों में उपलब्ध नहीं है तो अन्य राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करके किसानों को उपलब्ध किया जाए। मंत्री जोशी ने पौधों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने भी अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को लेकर भी विचार विमर्श किया गया जिस पर मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को एक समय सीमा के अंदर सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सेब की किस वैरायटी की मांग किसानों द्वारा की जा रही है इस पर अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब न दिए जाने पर मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और 10 दिन के अंदर पूरा प्लान बना कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मंत्री जोशी ने कहा कि दिसंबर माह में सेब लगाए जाने हैं और हमारा लक्ष्य है कि जब राज्य 25 वर्ष का होगा तो सेब और कीवी के उत्पाद को हम दोगुना करेंगे इसके लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए मंत्री ने अच्छी प्रजाति के पौधे किसानों को उपलब्ध कराई जाए। इसके अलावा मंत्री जोशी ने पौधों की लैब टेस्टिंग कराने के भी निर्देश दिए और समय सीमा टाइम बॉन्ड बनाकर रणनीति बनाई जाए । ताकि किसान को समय पर बहुत उपलब्ध हो सके। मंत्री जोशी ने कहा किसान को सही पौध और गुणवत्ता युक्त पौधे मिले इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
मंत्री जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से उद्यान विभाग को 100 करोड़ का बजट मिला है, जिसमें सेब के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जमरोला में बनाने जा रहे हैं। ऐसे ही अखरोट के लिए रामताल चकराता और आलू के लिए धनोल्टी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मनाया जा रहा है। अन्य जगहों को चयनित किया जा रहा है । मंत्री जोशी ने कहा देहरादून के आसपास वर्टिकल गार्डन शीघ्र ही बनाने जा रहे हैं जिसके लिए जमीन तलाशी जा रही है। इसके लिए मंत्री जोशी ने अधिकारियों को एक समय सीमा के अंदर सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सचिव बी.वी.आरसी पुरुषोत्तम,अपर सचिव रणवीर चौहान, उद्यान निदेशक एच.एस बवेजा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।