अपर सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का शुभारम्भ 

अपर सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का शुभारम्भ 


श्रमिक मंत्र,देहरादून। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने बताया कि हमारे देश में अन्धता का प्रसार 0.36 % है। जिसमें से 66% व्यक्ति मोतियाबिंद के ग्रसित है। राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मोतियाबिन्द बैकलाग मुक्त किये जाने हेतु अगले तीन वर्षों में कुल 02 लाख 15 हजार के लक्ष्य को प्राप्त किया जाता है। इस उद्देश्य से दिनांक 30 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण
कार्यक्रम (एन0पी0सी0बी0) के अन्तर्गत राज्य को Cataract Blindness Backlog Free (CBBF) किये जाने हेतु
‘‘राश्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान‘‘ का शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन अपर सचिव,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार
कल्याण, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में किया गया।
जिसमें जनपद स्तर से नेत्र शल्य, दृश्टिमितिज्ञ एवं एन0जी0ओ0 के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। अभियान के अन्तर्गत राज्य के समस्त जनपदों एवं विकास खण्डों में स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया जायेगा एवं जिला चिकित्सालय/उप जिला चिकित्सालय में मोतियाबिंद के ऑपरेशन किये जायंगे। वित्तीय वर्ष  2022-23 में मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य 59800 रखा गया है। डा0 सरोज नैथानी,निदेशक,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखंड के द्वारा कार्यक्रम में लक्ष्यों को षत प्रतिषत पूर्ण करने पर जोर दिया गया एवं ब्लॉक स्तर पर लक्ष्यों की पूर्ति हेतु दृश्टिमितिज्ञ के द्वारा स्क्रीनिंग करने हेतु निर्देश दिये गये।
नेत्र सर्जन एवं दृश्टिमितिज्ञों के द्वारा जनपद स्तर पर बेहतर उपचार प्रदान किये जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। राज्य को Cataract Blindness Backlog Free (CBBF) किये जाने हेतु नेत्र शिविर का आयोजन किये जाने हेतु निर्देश दिये गये। उक्त कार्यक्रम में डा0 सुनिता टम्टा,निदेशक,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड, डा0 यू0एस0 कण्डवाल,अपर निदेशक (राष्ट्रीय कार्यक्रम) स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तराखंड, डा0 एस0 के0 झा,संयुक्त निदेशक (नेत्रोपचार) स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय एवं डा0 अर्चना ओझा,प्रभारी अधिकारी (एन0पी0सी0बी0) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड आदि उपस्थित रहे।