आय दोगुना करना तो दूर किसानों की फसल बोना हुआ दुश्वार
लगातार दो फसल हुई चौपट सरकार के पास ट्यूबवेल ठीक करने के लिए पैसे नहीं है
टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र कंडल अठूरवाला की खेती लगातार दूसरी बार नहीं बोई गई
श्रमिक मंत्र,देहरादून। दुर्गा चौक के समीप सिंचाई का ट्यूबवेल खराब होने के कारण ग्रामीण न तो गेहूं की फसल बो सके और ना ही धान की इसके अलावा सरसों या तोड़िया बोने की भी गुंजाइश नहीं बची। उत्तराखंड सरकार के विभिन्न माध्यमों से शिकायत करने के बावजूद अभी तक कहीं सुनवाई नहीं हुई है। ग्रामीण अपनी समस्या के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल से लेकर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज क्षेत्रीय सांसद रमेश पोखरियाल निशंक विधायक ब्रिज भूषण गैरोला तक अपनी फरियाद पहुंचा चुके हैं किंतु कहीं सुनवाई नहीं हुई सरकार की ओर से बजट का रोना रोया जा रहा है।
ग्रामीणों ने जब इसके बारे में लगातार पत्राचार किया और प्रतिनिधियों से मुलाकात की तो उन्हें बताया जा रहा है। कि अभी वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है जिस दौर में किसानों की आय दोगुना करने और किसानों को लेकर सरकार द्वारा बड़ी-बड़ी बातें की जा रही है उस दौर में सैकड़ों किसान अपनी खेती नहीं कर पा रहे हैं। यह वही ग्रामीण है जिन लोगों ने अपनी बेशकीमती पैतृक संपत्ति राष्ट्र के नाम इसलिए की क्योंकि तब सरकार की बहु उद्देश्यीय टिहरी बांध परियोजना के कारण सरकार नहीं है। विस्थापित किया लगातार फसल न होने के कारण खेत बंजर है और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि करोड़ों रुपए की लागत से बनी सूर्य धार बांध परियोजना से भी इन्हें एक बूंद पानी नसीब नहीं हुआ। ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी दी है यदि शीघ्र ही ट्यूबवेल का निर्माण नहीं करवाया गया तो ग्रामीण आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।