कांग्रेस ने की केदारनाथ की उपेक्षा,ढोंग के बजाय निकाले पश्चाताप यात्रा:चौहान

पार्टी कार्यालय मे पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चौहान ने कहा कि आपदा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ को हुए नुकसान को देखते हुए इसे सवाँरने का कार्य किया और आज केदारनाथ विश्व पटल पर स्थान बना चुका है

सनातन और धर्म स्थलों पर चोट के पाप का दंश झेल रही है कांग्रेस

श्रमिक मंत्र,देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा केदारनाथ की उपेक्षा की और अब केदारनाथ की प्रतिष्ठा रक्षा के लिए ढोंग कर रही है। बेहतर होता कि कांग्रेस अब तक उपेक्षा के लिए पश्चाताप यात्रा निकालती।

पार्टी कार्यालय मे पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चौहान ने कहा कि आपदा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ को हुए नुकसान को देखते हुए इसे सवाँरने का कार्य किया और आज केदारनाथ विश्व पटल पर स्थान बना चुका है।

उन्होंने कहा कि केदारनाथ का भव्य स्वरूप,सुरक्षित और सुलभ यात्रा आज लगातार श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है। हर साल अब केदारनाथ सहित सभी धामों मे तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ रही है।

ऐसा केदारनाथ के विकास से ही संभव हुआ। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के गुफा मे ध्यान साधना ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा तो पीएम धाम मे चल रहे निर्माण कार्यों का खुद मॉनिटरिंग करते रहे।

आज देश दुनिया मे राज्य के चार धाम मे प्रमुख केदार धाम विश्व पटल पर स्थान बना चुका है।

चौहान ने कहा कि कांग्रेस जानती है कि 2014 से पहले सभी धाम और केदारनाथ मे प्रतिवर्ष कितने श्रद्धालु आते थे और वर्तमान मे कितने गुना बढ़ी है। बेहतर कनेक्टिविटी से ही यह संभव हुआ है।

आज बेहतर सड़के, हेली सेवाएं, मेडिकल सुविधा सहित यात्रियों को हर सुविधा मुहैया करायी जा रही है। सभी यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध है।

हालांकि केदारनाथ मे जब भी विकास कार्यों को लेकर पीएम मोदी आये तो कांग्रेस उसका स्वागत करने के बजाय विरोध करने मे आगे रही।

उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की खातिर धर्म स्थलों को बदनाम करने तथा संरक्षण का आडंबर रचने वाली कांग्रेस की चाल से जनता भली भांति वाकिफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संरक्षण के नाम पर केदारनाथ उप चुनाव की भूमिका तलाश रही है।

उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के संरक्षण मे अवरोध बनी कांग्रेस को दिखावे का चोला हटाकर अपने मूल स्वरूप मे लौटना चाहिए। सनातन के संरक्षण के लिए किसी भी विचार का विरोध करने वालों को जनता सबक सिखायेगी।