मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल से कर सकते हैं दागी मंत्रियों को बाहर, दो-तीन मंत्रियों की जगह हो सकते हैं नए की ताजपोशी
श्रमिक मंत्र,देहरादून। उत्तराखंड भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गड़बड़ियों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन से जहां दुष्प्रचार करने वाले बैकफुट पर है, तो वहीं धामी कैबिनेट द्वारा लिए गये कई अहम फैसलों से जहां युवाओं और आम जनमानस में आशा और उम्मीद जगने के साथ एक सकारात्मक संदेश गया है। मुख्यमंत्री के फैसलों से सरकार की साफ और बेदाग छवि उभरकर सामने आयी और जनता का भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ा है। आम जनमानस फैसलों की सराहना कर रहा है। वहीं अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि धाकड़ धामी अपने अन्य धाकड़ फैसलों की तरह कैबिनेट में फेरबदल का निर्णय ले सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि नियुक्ति प्रक्रिया में शुचिता कायम करने की पहल के बाद अब मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों को लेकर भी बड़ा कदम उठा सकते हैं।
आपको बता दें कि भर्ती परीक्षाओं के साथ ही विधानसभा के भर्ती प्रकरण पर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व लगातार नजर बनाए हुए है। हाल में दो मंत्रियों के दिल्ली दौरे और केंद्रीय नेताओं से उनकी मुलाकात को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। इस सबको देखते हुए राजनीतिक गलियारों में यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल जैसा कदम उठा सकते हैं। दो-तीन मंत्रियों स्थान पर नए चेहरों के साथ ही मंत्रिमंडल में रिक्त चल रहे तीन पदों को भी भरा जा सकता है। मुख्यमंत्री के फैसलों से सरकार की साफ और बेदाग छवि उभरकर सामने आयी है और जनता का भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ा है। विधानसभा बैकडोर भर्ती व अन्य विभागों में मंत्रियों के करीबियों की नियुक्ति से कुछ मंत्रियों के प्रति आम जनमानस में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। जिसका असर सरकार की छवि पर भी पड़ रहा है। ऐसे में मुझे लगता है कि स्वच्छ छवि के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में फेरबदल जैसा कदम उठाने के साथ खाली पड़े तीन पदों पर भी ताजपोशी कर सकते हैं। क्योंकि आने वाले दिनों में विभिन्न राज्यों में विधानसभा होने हैं। इसके साथ ही भाजपा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में भी जुट चुकी है। ऐसे में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व यह कतई नहीं चाहेगा कि राज्य से जुड़े किसी भी विषय पर विपक्ष को हावी होने का अवसर दिया जाए। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को केन्द्र मे रखा और फिर अभियान शुरू कर दिया। अधीनस्थ चयन सेवा आयोग मे भर्तियों की गड़बड़ियों का संज्ञान लेकर सीएम ने इसके जांच के आदेश दे दिये और अब तक 34 लोग सलाखों के अंदर पहुंच चुके है। दरोगा भर्ती मामले की जांच पहले ही विजिलेंस को सौंपी गयी है और विधान सभा मे भर्तियों की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की गयी है। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक जांच और उसके निकल रहे परिणाम ने आम जन और विशेषकर युवा वर्ग के विश्वास को टूटने नही दिया। निश्चित तौर पर इन फैसलों के दूरगामी परिणाम मिलेंगे जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं या अन्य सभी मामलों मे पारदर्शिता के रूप मे सामने आएंगे।
सीएम धामी के नैतिक और साहसिक फ़ैसले बनेंगे अन्य दलों के लिए नजीर
उन्होंने कहा कि तमाम तरह के घपले घोटालों मे लिप्त रही कांग्रेस आजकल नसीहत देने और उपदेशक की भूमिका मे है, लेकिन जनता ने पूर्व मे कांग्रेस के चरित्र और चेहरे को देखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और घोटालों का पुराना नाता रहा है। पहली निर्वाचित सरकार से लेकर स्टिंग के दौर तक कांग्रेस हमेशा मामलों पर लीपापोती करती रही जबकि भाजपा ने बिना देर किये सभी आशंकाओं को खारिज कर जांच शुरू कर दी। भाजपा भविष्य के लिए एक स्पष्ट रेखा खींच चुकी है और उसमे पारदर्शिता के अलावा किसी आशंका के लिए स्थान नही होगा। युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा युवाओं के साथ किये वादे पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम धामी के नैतिक और साहसिक फ़ैसले अन्य दलों के लिए भी नजीर बनेंगे। देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।