खातों से धनराशि उड़ाने में बैंक कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
श्रमिक मंत्र,देहरादून। दो खाताधारकों के खातों से 43 लाख 36 हजार रुपये निकाल लिए गए। जांच में कुछ बैंक कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। कई सेवानिवृत्त बुजुर्ग ऐसे हैं, जिन्होंने न एटीएम कार्ड और न ही एसएमएस अलर्ट की सुविधा ली है। ये खाताधारक केवल ब्याज की राशि के लिए खातों में धनराशि रखते हैं और लंबे समय बाद केवल पास बुक एंट्री करवाते हैं। तब उन्हें पता चलता है कि उनके खाते में ब्याज की कितनी धनराशि आई है। मार्च महीने में ऐसे दो मामले सामने आए, जिसमें बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण खाताधारकों के खाते खाली हो गए।
सेलाकुई मेन रोड निवासी सुमन सहगल ने पुलिस को बताया कि उनका सेलाकुई स्थित एक बैंक की शाखा में खाता है। जब उन्होंने पासबुक में एंट्री करवाई तो पता चला कि अज्ञात व्यक्ति ने 20 दिसंबर 2021 से आठ मार्च 2022 तक विभिन्न तिथियों में 12 लाख 40 हजार रुपये निकाल लिए हैं। महिला ने बताया कि वह खाते से कोई लेन-देन नहीं करती और न ही उन्होंने अपना खाता रजिस्टर्ड करवाया है।
हरबर्टपुर निवासी अतुल कुमार ने बताया कि उनका हरबर्टपुर स्थित एक बैंक की शाखा में खाता है। 17 मार्च से 15 अप्रैल तक उनके खाते से 30 लाख 95 हजार रुपये अज्ञात व्यक्ति ने उड़ा दिए। बैंक की ओर से उन्हें कोई भी एसएमएस नहीं आया। जब उन्होंने एसएमएस संबंधी सर्विस का पता करवाया तो जानकारी मिली कि जो नंबर उन्होंने खाते के साथ दिया है, वह बदला हुआ है।
अजय सिंह (एसएसपी, एसटीएफ) ने कहा कि बैंक खातों से लाखों रुपये की निकासी के मामले कुछ बैंक कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। ऐसे में जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। आरोपित उन्हीं बैंक खातों को निशाना बना रहे हैं, जिन पर एटीएम कार्ड इश्यू नहीं किए गए हैं। खाताधारकों को भी चाहिए कि वह समय-समय पर अपनी पासबुक की एंट्री करवाते रहें। देहरादून से श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।