देहरादून में समस्त पेयजल योजनाओं के संविदाकार ने एकत्रित होकर तीन मुख्य बिंदुओं पर लिया निर्णय
श्रमिक मंत्र, देहरादून। देहरादून में समस्त पेयजल योजनाओं के संविदाकार एकत्रित हुए एवं उनके द्वारा मुख्य तीन बिंदुओं में निर्णय किए गए। प्रधानमंत्री का 2024 जल जीवन मिशन उत्तराखंड पेयजल निगम के रजिस्टर्ड संविदाकारों द्वारा पेयजल योजनाओं (जल जीवन मिशन, वर्ल्ड बैंक, अमृत, राज्य सेक्टर) को सफलतापूर्वक पूर्वक पूर्ण कर प्रधानमंत्री के उद्देश्य को पूरा करना है। पेयजल योजनाओं में प्रयुक्त होने वाली निर्माण सामग्री विभागीय दरों एवं बाजार दरों में आई सुनामी के समय प्रधानमंत्री के उद्देश्य को ध्वस्त कर दिया है। राज्य सरकार से इस आपदा में राहत घोषित कराने हेतु बैठक आयोजित की गई। जिसमें कुमाऊं मंडल का प्रतिनिधित्व शिवराज सिंह बनौला ने किया। पहला मुख्य बिंदु यह है कि योजनाओं में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के बाजार भाव में आई सुनामी में राज्य सरकार से 30% एस्कलैशन की मांग (जैसे सेंटर विभाग एवं उत्तर प्रदेश सरकार में) प्रावधान है। जो निविदाएं 2019-20 एवं 2021 में आवंटित हुई हैं और आगे की निविदाएं तभी की जाएं जब दरों को बढ़ा लिया जाए। दूसरा मुख्य बिंदु यह है कि थर्ड पार्टी जिसके लिए विभाग द्वारा 25% रोका जाता है। जबकि थर्ड पार्टी कार्य कराते समय उनका उपलब्ध न होना तथा कार्य होने के बाद टीम आती है। जिसका कोई औचित्य नहीं है। थर्ड पार्टी के नियमावली बनेगी काम के 15 दिन के अंदर रिपोर्ट कार्यालय भेजें। क्योंकि 18 माह बीत जाने पर भी अभी तक भुगतान नहीं हो पा रहे हैं। जबकि निविदा में पाइप के ब्रांड सीमेंट, सरिया सभी के ब्रांड खुले होते हैं। थर्ड पार्टी पर आकर मैट्रियल आता है।विभाग द्वारा भी टेस्टिंग कराई जाती है।ऐसे में थर्ड पार्टी का औचित्य नहीं है। अगर रोका जाना भी है तो 10% राशि रोकी जाए एवं थर्ड पार्टी टीम 15 दिन में रिपोर्ट दें। थर्ड पार्टी का उत्पीड़न विभाग की असक्षमता को दर्शाता है। श्रमिक मंत्र संवाददाता की ये खास रिपोर्ट।