दुखियारी विधवा शोभा को आईसीआईसीआई बैंक ने लौटाए घर के कागजात; परिवार सहित धन्यवाद देने कलेक्ट्रेट पहुंची शोभा
विगत माह अपने शत-प्रतिशत दिव्यांग बेटे व बेटी सहित डीएम से मिल लगाई थी गुहार
डीएम ने सदर मजिस्ट्रेट कुमकुम जोशी को किया डेप्युटी जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से विधवा शोभा का ऋण माफ
5 लाख की बकाया राशि; 10 हजार में ही करवाई सेटल; दिया नो ड्यूज
शोभा को रोजगार हेतु राइफल क्लब से आर्थिक सहायता भी मिलेगी जल्द; डीएम ने दिए निर्देश
ऋण बीमा के बावजूद पति की मृत्यु उपरांत नहीं किया जा रहा था ऋण माफ
दिव्यांग बालक की व्यथित विधवा माता शोभा; पति की आकस्मिक मृत्यु; 2 बच्चों की परवरिश; ऋण का बोझ;
विगत माह देर सायं क्लेक्टेªट में डीएम से मिला था पूरा परिवार; एसडीएम न्याय कुमकुम जोशी निरंतर कर रही थी फॉलोअप;
श्रमिक मंत्र, देहरादून। विगत माह शोभा रावत ने जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी सविन बंसल से मिलकर अपनी व्यवस्था सुनाते हुए बताया कि उनका बेटा शत प्रतिशत विकलांग है तथा 1 बेटी है जिसकी पढ़ाई चल रही है। पति की पिछले वर्ष 2024 में मृत्यु हो गई थी। रोजगार का कोई साधन नहीं है। उन्होंने गुहार लगाते हुए बताया कि उन्होंने बैंक से 17 लाख का ऋण लिया था किन्तु बैंक द्वारा पति की मृत्यु के उपरांत इंश्योरेंस की क्लेम कुल रू० 13,20,662/- की धनराशि को लोन की धनराशि में समायोजित किया गया तथा लगभग रू0 5,00,000/- की धनराशि जमा की जानी अवशेष है उनकी आर्थिक स्थिति खराब है ऋण किस्त जमा नहीं कर सकती है। जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी न्याय कुमकुम जोशी को बैंक से समन्वय कर कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से बैंक ने व्यथित विधवा शोभा रावत को उनके घर के कागज वापस मिल गए है, शोभा अपने परिवार संग आज कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी एवं उनकी टीम का धन्यवाद देने पंहुची है। जिला प्रशासन के इस प्रयास से जहां शोभा इतनी बड़ी कर्ज की राशि का बोझ उतर गया वहीं उनका घर भी बच गया। जिलाधिकारी ने शोभा के परिवार को राइफल क्लब से आर्थिक सहायता देने के भी निर्देश दिए।
जिला प्रशासन देहरादून अपने त्वरित एक्शन से जहां जनमानस में सरकार, शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बढा है वहीं असहाय व्यथितों को न्याय मिल रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल के समक्ष आने वाले फरियादियों को शिक्षा, रोजगार, ऋण माफी, संपत्ति वापसी के साथ ही न्याय मिल रहा है।
